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खजुराहो में घूमने की जगह: इतिहास और कला का जीवंत प्रतीक
khajuraho me ghumne ki jagah खजुराहो, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित, अपनी विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकला और अद्भुत मंदिरों के लिए जाना जाता है। यह स्थान यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। खजुराहो के मंदिर भारतीय कला और संस्कृति के सबसे उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक हैं। यहां की स्थापत्य कला, जो कामुकता और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करती है, हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है।
खजुराहो में घूमने की जगह न केवल ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखती हैं, बल्कि यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से भी भरपूर है। इस लेख में हम खजुराहो के प्रमुख पर्यटन स्थलों की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
1. कंदारिया महादेव मंदिर
खजुराहो का सबसे प्रसिद्ध मंदिर कंदारिया महादेव मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी अद्वितीय वास्तुकला और मूर्तिकला के लिए जाना जाता है। इस मंदिर की दीवारों पर 800 से अधिक मूर्तियां उकेरी गई हैं, जो विभिन्न पौराणिक और कामुक दृश्यों को दर्शाती हैं।
मुख्य आकर्षण:
- भव्य शिखर और नक्काशी
- भगवान शिव का गर्भगृह
- ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
2. लक्ष्मण मंदिर
लक्ष्मण मंदिर खजुराहो का एक और प्रमुख आकर्षण है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और अपने समय की उत्कृष्ट वास्तुकला का उदाहरण है। मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई मूर्तियां विभिन्न देवी-देवताओं, पौराणिक कथाओं, और दैनिक जीवन के दृश्यों को जीवंत रूप से प्रस्तुत करती हैं।
मुख्य आकर्षण:
- विष्णु भगवान की भव्य मूर्ति
- मंदिर की अद्वितीय वास्तुकला
- मूर्तिकला की सूक्ष्मता
3. चित्रगुप्त मंदिर
चित्रगुप्त मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान सूर्य की रथ पर सवार मूर्ति स्थापित है, जो सात घोड़ों द्वारा खींचा जा रहा है। मंदिर की दीवारों पर विभिन्न धार्मिक और सामाजिक दृश्यों को दर्शाने वाली मूर्तियां उकेरी गई हैं।
मुख्य आकर्षण:
- भगवान सूर्य की भव्य मूर्ति
- नक्काशीदार दीवारें
- धार्मिक महत्व
4. दूल्हादेव मंदिर
दूल्हादेव मंदिर खजुराहो के दक्षिणी समूह के मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी सुंदर मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर की दीवारों पर विवाह और प्रेम के विभिन्न दृश्य अंकित हैं।
मुख्य आकर्षण:
- विवाह से संबंधित मूर्तियां
- शिवलिंग और गर्भगृह
- शांत और सुरम्य वातावरण
5. पार्श्वनाथ मंदिर
खजुराहो के जैन मंदिर समूह का सबसे प्रसिद्ध मंदिर पार्श्वनाथ मंदिर है। यह मंदिर भगवान पार्श्वनाथ को समर्पित है और अपनी जटिल नक्काशी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
मुख्य आकर्षण:
- भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति
- उत्कृष्ट नक्काशी
- धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
6. देवी जगदंबी मंदिर
देवी जगदंबी मंदिर खजुराहो के पश्चिमी समूह के मंदिरों में से एक है। यह मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है, हालांकि कुछ मान्यताओं के अनुसार, इसे देवी काली का मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर की दीवारों पर जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने वाली मूर्तियां उकेरी गई हैं।
मुख्य आकर्षण:
- देवी पार्वती या काली की मूर्ति
- अद्भुत मूर्तिकला
- धार्मिक अनुष्ठान
7. वामन मंदिर
वामन मंदिर भगवान विष्णु के वामन अवतार को समर्पित है। यह मंदिर अपनी सुंदर और जटिल नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। यहां की मूर्तियां और स्थापत्य कला दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
मुख्य आकर्षण:
- वामन अवतार की मूर्ति
- सुंदर और जटिल नक्काशी
- ऐतिहासिक महत्व
8. गर्वारी मंदिर
खजुराहो का गर्वारी मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है। यह मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला और भव्य मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का वातावरण शांत और आध्यात्मिकता से भरा हुआ है।
मुख्य आकर्षण:
- देवी पार्वती की भव्य मूर्ति
- शांतिपूर्ण वातावरण
- धार्मिक महत्व
9. बिजावर किला
खजुराहो से कुछ दूरी पर स्थित बिजावर किला इतिहास प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह किला बुंदेला राजाओं द्वारा बनाया गया था और यह क्षेत्र के गौरवशाली अतीत का प्रतीक है। किले के अंदरूनी हिस्से और आसपास का नजारा अद्भुत है।
मुख्य आकर्षण:
- प्राचीन किला
- इतिहास प्रेमियों के लिए आदर्श
- फोटोग्राफी का अच्छा स्थान
10. खजुराहो डांस फेस्टिवल
खजुराहो डांस फेस्टिवल हर साल फरवरी-मार्च में आयोजित किया जाता है और यह भारतीय शास्त्रीय नृत्य के सबसे प्रतिष्ठित उत्सवों में से एक है। इस फेस्टिवल में भारत के प्रसिद्ध नृत्यांगना और कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।
मुख्य आकर्षण:
- भारतीय शास्त्रीय नृत्य की अद्भुत प्रस्तुतियां
- सांस्कृतिक कार्यक्रम
- पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण
11. पन्ना नेशनल पार्क
खजुराहो से कुछ ही दूरी पर स्थित पन्ना नेशनल पार्क वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। यह पार्क बाघों, तेंदुओं, हिरणों, और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का घर है। यहां सफारी का आनंद लेना एक रोमांचक अनुभव है।
मुख्य आकर्षण:
- वन्यजीव सफारी
- प्राकृतिक सौंदर्य
- फोटोग्राफी के लिए आदर्श स्थान
खजुराहो का ऐतिहासिक महत्व
खजुराहो के मंदिर 10वीं और 12वीं शताब्दी के बीच चंदेला राजवंश द्वारा बनाए गए थे। इन मंदिरों में भारतीय स्थापत्य कला का सर्वोत्तम उदाहरण देखने को मिलता है। मंदिरों की मूर्तियां न केवल धार्मिक कहानियों को दर्शाती हैं, बल्कि इनमें प्रेम, संगीत, और नृत्य के दृश्यों को भी दर्शाया गया है।
खजुराहो में घूमने का सही समय
खजुराहो घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है, जो पर्यटन के लिए आदर्श है। गर्मियों में यहां का तापमान अधिक होता है, जबकि मानसून के दौरान यहां की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता और भी बढ़ जाती है।
खजुराहो कैसे पहुंचे?
- हवाई मार्ग: खजुराहो का अपना हवाई अड्डा है, जो दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- रेल मार्ग: खजुराहो रेलवे स्टेशन देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग: खजुराहो सड़क मार्ग से झांसी, ग्वालियर, और भोपाल से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
निष्कर्ष khajuraho me ghumne ki jagah
खजुराहो में घूमने की जगह इतिहास, संस्कृति, और कला का अद्भुत संगम प्रस्तुत करती हैं। यहां के मंदिर, किले, और प्राकृतिक स्थल आपको भारतीय स्थापत्य कला और संस्कृति की गहराई से रूबरू कराते हैं। खजुराहो की यात्रा आपके लिए एक यादगार अनुभव होगी, जो इतिहास और प्रकृति के प्रेमियों को आकर्षित करती है।
तो अगली बार जब आप मध्य प्रदेश की यात्रा की योजना बनाएं, तो खजुराहो को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें